हर साल क्यों बदलता है नवरात्रि का रंग, रंग कैसे निर्धारित होता है
हर साल नवरात्रि का हर दिन अलग-अलग रंग होता है, लेकिन यह रंग हर साल एक जैसा नहीं होता, हर साल रंग बदलता रहता है।
हर साल रंग क्यों बदलता है?
रंग उस दिन के अनुसार तय किया जाएगा जिस दिन से नवरात्रि सप्ताह शुरू होगा।
इस साल 15 अक्टूबर से नवरात्रि शुरू होगी. रविवार को नवरात्रि है.
इस साल कौन सा दिन कौन सा रंग
15 अक्टूबर नारंगी रंग
16 अक्टूबर सफेद
17 अक्टूबर लाल
18 अक्टूबर नीला 19 अक्टूबर
पीला
20 अक्टूबर हरा 21 अक्टूबर ग्रे
22 अक्टूबर
बैंगनी
23 अक्टूबर हरा
दशहरा के दिन आप काले रंग को छोड़कर कोई भी रंग पहन सकते हैं।
नवरात्रि में रंग का कितना महत्व है?
नवरात्रि में देवी को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग रंग के कपड़े पहनकर उनकी पूजा की जाती है। नए रंग के वस्त्र पहनकर नवदुर्गा की पूजा की जाती है।
रंग क्या दर्शाता है?
गुलाबी या नारंगी रंग: देवी अपने भक्तों को भोजन के लिए किसी चीज की कमी नहीं रखती हैं, इसका मतलब है कि जब भी भोजन गिरता है, देवी की मदद से भोजन उपलब्ध हो जाता है।
सफेद रंग: इंगित करता है कि देवी अपने भक्तों को उनकी कठिनाइयों को दूर करने में मदद करती हैं जब भी वे भक्ति के साथ उनका आह्वान करते हैं
लाल रंग: लाल रंग शक्ति को इंगित करता है, देवी शक्ति हमेशा हमारी रक्षा करती हैं।
नीला रंग: नीला रंग दर्शाता है कि देवी आपका ज्ञान बढ़ाती हैं
पीला रंग: पीला रंग देवी आपकी समृद्धि बताती हैं
मैरून रंग: देवी साहस देती हैं
हरा रंग: देवी आपकी सक्रियता बढ़ाती हैं
ग्रे रंग: देवी हमें सभी कठिनाइयों से बचाती हैं
बैंगनी रंग: आपको ख़ुशी देने वाली देवी का प्रतीक
यह भी बताया जाएगा कि किस दिन नवरात्रि है तो मां दुर्गा किस वाहन पर आएंगी। चूंकि
इस वर्ष रविवार को नवरात्रि पड़ रही है, इसलिए मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आ रही हैं। इस वर्ष दुर्गा आरोहण करती हैं और हाथी पर लौटती हैं। इस वर्ष देवी की कृपा से भूमि समृद्ध होगी।