मेरठ। यूपी में विधानसभा चुनावों की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लग गई थी। अब मतगणना होने और नतीजे आने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। ऐसे में चुनाव आयोग ने भले यूपी में आचार संहिता हटाने का आदेश दे दिया है, मगर मेरठ में अभी आचार संहिता लगी रहेगी। यूपी विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद भी मेरठ में आचार संहिता नहीं हटेगी। मेरठ में 15 मार्च से एमएलसी चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो रही है। इसके चलते अभी जिले में आचार संहिता लगी रहेगी।
  विधानसभा चुनाव के बाद अब विधान परिषद सदस्यों का चुनाव विपक्ष के लिए बड़ी चुनौती है। मेरठ गाजियाबाद स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र में एमएलसी सीट के लिए नामांकन होली से पहले 15 मार्च से शुरू हो जाएंगे। एक या दो दिन में इसकी अधिसूचना भी जारी हो जाएगी। 9 अप्रैल को एमएलसी का मतदान, 12 अप्रैल को नतीजे आएंगे। मेरठ कलेक्ट्रेट में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच एमएलसी के लिए पर्चे दिए जाएंगे। एमएलसी चुनाव के लिए अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन भी 15 मार्च तक हो जाएगा। मेरठ सीट पर मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, बागपत के सांसद, विधायक, जिला पंचायत सदस्य, महापौर, बीडीसी सदस्य, ग्राम प्रधान, नगर निगम और नगर पंचायतों के सदस्य मतदान करेंगे। 2016 के चुनाव में सपा के राकेश यादव इस सीट पर निर्विरोध चुनाव जीते थे। इस बार मेरठ से सपा गठबंधन ने चार सीटें जीती हैं और भाजपा कुल 3 सीट जीत सकी है। ऐसे में एमएलसी चुनाव का मतदान इस बार बेहद रोचक होने वाला है। विपक्ष पूरी ताकत के साथ चुनाव में उतरेगा और टक्कर देगा।