नई दिल्ली । दिल्ली में कांग्रेस ने शनिवार को अचानक एक हाईलेवल बैठक बुलाई। 10 जनपथ में हुई मीटिंग में पार्टी के बड़े नेताओं ने शिरकत की। बैठक में वर्तमान राजनीतिक स्थिति के साथ ही आगामी लोकसभा चुनाव पर चर्चा हुई। बैठक में प्रशांत किशोर की मौजूदगी ने सभी का ध्यान खींचा। सूत्रों के मुताबिक प्रशांत किशोर ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की। 
बैठक में प्रशांत किशोर ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस नेताओं के सामने विस्तृत प्रिजेंटेशन दिया है। साथ ही 2024 की तैयारियों को लेकर रोडमैप भी बताया है। इस मौके पर ग्रुप डिस्कशन के साथ ही व्यक्तिगत चर्चा भी हुई। हालांकि राहुल गांधी अभी भी 10 जनपथ में मौजूद हैं। बैठक से पूर्व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया कि शनिवार सोनिया गांधी ने अर्जेंट मीटिंग बुलाई है। मैं बैंगलुरु में था, मुझे इस बारे में जानकारी दी गई। साथ ही मीटिंग में शामिल होने के लिए कहा गया। 
कांग्रेस नेता अंबिका सोनी, दिग्विजय सिंह, मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर मीटिंग में शामिल हुए। साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल भी बैठक में मौजूद रहे। बता दें कि 10 जनपथ पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक दोपहर करीब 3 बजे खत्म हो गई है। 
बैठक में पीके को लेकर कांग्रेस पार्टी ने अपना रुख एकदम स्पष्ट कर दिया है। पार्टी इस बार प्रशांत किशोर को बतौर चुनावी एक्सपर्ट या रणनीतिकार पार्टी में शामिल नहीं करना चाहती है। बल्कि कांग्रेस चाहती है कि इस बार प्रशांत किशोर पार्टी की सदस्यता लें और फिर एक कार्यकर्ता की तरह काम करें। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पीके ने भी कांग्रेस पार्टी में शामिल होने में रुचि दिखाई है।
मीटिंग में पीके ने इस पर भी जोर दिया है कि इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को करीब 370 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने चाहिए। उनकी माने तब ये वो सीटें हैं जहां पर पार्टी ज्यादा मजबूत है। बाकि सीटों पर गठबंधन के साथियों को उम्मीदवार उतारने का मौका दे। इसके अलावा प्रशांत ने सलाह दी है, कि पार्टी को इस बार ज्यादा फोकस उन राज्यों पर करना चाहिए जहां पर पहले से उसकी स्थिति मजबूत है। सूत्रों के मुताबिक, चार घंटे की मैराथन मीटिंग के दौरान प्रशांत किशोर ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए एक विस्तृत प्रस्तुति भी दी है और उनके सुझावों और विचारों को देखने के लिए एक छोटी समिति बनाई जाएगी।  बैठक में पीके ने 2024 के आम चुनाव सहित इसके पहले कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को पुनर्जीवित करने की बात कही है। हालांकि प्रशांत किशोर (पीके) के करीबी सूत्रों ने इसका खंडन किया है कि बातचीत इस साल के अंत में होने वाले गुजरात चुनाव पर केंद्रित थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व और प्रशांत किशोर के बीच मुलाकात का फोकस साल 2024 में होने वाला लोकसभा चुनाव था।