मैनपुरी जिले में कोरोना की तीसरी लहर में मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। 25 जनवरी की रात सैफई में भर्ती जनपद के गांव गांगसी निवासी एक वृद्ध की मौत हो गई। कोरोना की तीसरी लहर में जिले में यह छठवीं मौत है। जिले में कोरोना से पिछले तीन साल में 188 मौतें हो चुकी है।31 दिसंबर तक जिले में कोरोना की तीसरी लहर का एक भी मरीज नहीं था। जनवरी में अब तक जिले में 1400 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। हालांकि एक्टिव केस की संख्या अधिक नहीं है। जनवरी में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़ी है। गांव गांगसी निवासी 55 वर्षीय सोपान सिंह पांच साल पहले दुर्घटना में घायल हो गए थे। पिछले कुछ दिनों से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। परिजनों ने उन्हें मेडिकल कॉलेज सैफई में 25 जनवरी को भर्ती कराया। जांच के दौरान वे कोरोना संक्रमित पाए गए। 25 जनवरी की रात को उनकी मौत हो गई। कोरोना की तीसरी लहर में जिले में यह छठवीं मौत है। सीएमओ डॉ. पीपी सिंह ने बताया कि वृद्ध काफी दिनों से बीमार था। जांच में कोरोना संक्रमित पाया गया था।कोरोना संक्रमित हवलदार की हार्ट अटैक से मौत औंछा। थाना औंछा क्षेत्र के ग्राम पंचायत मधन के ग्राम मानपुर निवासी सेना के जवान की ड्यूटी के दौरान मौत हो गई। जवान कोरोना संक्रमित था और उसकी मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया है। 
कस्बा मधन के गांव मानपुर निवासी तिलक सिंह राजपूत भारतीय सेना में मणिपुर के जसाद में हवलदार के रूप में कार्यरत थे। 22 जनवरी को उन्हें हार्टअटैक पड़ा। साथियों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। यहां जांच के दौरान वे कोविड-19 संक्रमित पाए गए। सेना के अस्पताल में उनकी मौत हो गई। उनका पार्थिव शरीर 26 जनवरी को गांव पहुंचा। गमगीन माहौल में हवलदार का अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर सेना के जवान, तहसीलदार घिरोर अरुण कुमार पुलिस अधिकारियों ने उन्हें अंतिम सलामी दी।