दक्षिण कन्नड़| कर्नाटक भाजपा इकाई के अध्यक्ष नलिन कुमार कतील ने बुधवार को यह कहकर विवाद छेड़ दिया कि मैसूर के शासक टीपू सुल्तान बेंगलुरु शहर के संस्थापक नादप्रभु केम्पे गौड़ा की तुलना में कुछ भी नहीं हैं। नलिन पार्क के लिए मिट्टी एकत्र करने के लिए आयोजित विशेष कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, जो बेंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के परिसर में केम्पे गौड़ा की 108 फीट ऊंची प्रतिमा लगाने में इस्तेमाल की जाएगी। इस दौरान उन्होंने कहा कि, केम्पे गौड़ा की तुलना में टीपू कोई नहीं हैं। बेंगलुरु हवाई अड्डे के लिए नामों को अंतिम रूप देने समय कई नाम चर्चा में आए। कई लोगों ने मांग की कि बेंगलुरु हवाई अड्डे का नाम टीपू सुल्तान के नाम पर रखा जाना चाहिए।

नलिन ने आगे कहा- टीपू केम्पे गौड़ा और मैसूर पर शासन करने वाले वोडेयार की तुलना में कुछ भी नहीं है। टीपू के पिता हैदर अली के पदभार संभालने से पहले वोडेयार्स ने मैसूर पर शासन किया और अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध में टीपू की मृत्यु के बाद भी उन्होंने शासन करना जारी रखा। केम्पे गौड़ा और मैसूर वोडेयार्स के अच्छे प्रशासनिक संबंध थे। अगर बेंगलुरू आज एक अंतर्राष्ट्रीय शहर है, तो यह केम्पे गौड़ा के योगदान के कारण है।

कतील ने कहा कि केम्पे गौड़ा के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए राज्य भर से मिट्टी एकत्र की जा रही है। आदिचुंचनागिरी मठ के धर्मपालनाथ स्वामीजी ने कहा कि आम आदमी को वास्तविक इतिहास के बारे में बताया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, हम इतिहास को तोड़-मरोड़ कर सच मानते हैं। राष्ट्र के लिए वास्तविक योगदानकर्ताओं को याद रखना होगा।

कन्नड़ और संस्कृति मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि बेंगलुरु शहर की नींव केम्पे गौड़ा ने रखी थी।