अलीगढ़ । राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत क्षय रोगियों की मदद के लिए राधे डिपार्टमेंटल स्टोर किशनपुर तिराहा द्वारा गोद लिए गए पांच क्षय रोगियों को जिला क्षय रोग केंद्र पर में पोषण सामग्री का वितरण किया गया। पोषण सामग्री वितरण पर राहुल वार्ष्णेय का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पोषण हेतु मिलने वाली सामग्री का सेवन केवल मरीज व्यक्तिगत रूप से करें। इसके अलावा किसी अन्य स्वास्थ्य संबंधी परेशानी के लिए स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अनुपम भास्कर ने कहा कि क्षय रोगियों हेतु ऐसे लोगों को भी आगे आना होगा। जिससे वर्ष 2025 तक अपने लक्ष्य को पूरा कर सकें। इसके अतिरिक्त अन्य छः रोगियों को गोद लेने के लिए भी समुदाय को प्रोत्साहित किया जा रहा है और जल्दी ही टीबी मरीजों को विभिन्न संस्थाओं द्वारा गोद लिया जाएगा।
जिला कार्यक्रम समन्वयक सतेंद्र कुमार ने बताया कि हेल्थ विजिटर की निगरानी में दवाओं के साथ-साथ निःशुल्क उपचार से पिछले पांच वर्षों में 28,547 से अधिक रोगी बिल्कुल स्वस्थ हो चुके हैं। इसमें वर्ष 2021 के 3,412 एवं 2022 के 4,190 सक्रिय टीबी मरीजों का इलाज वर्तमान में चल रहा है। उन्होंने कहा कि टीबी एक संक्रामक बीमारी है, जो एक दूसरे से फैलती है। पूरा इलाज करने से यह पूरी तरह ठीक हो जाती है।
जिला टीबी एचआईवी समन्वयक नईम अहमद ने बताया कि टीबी रोगियों को गोद लेने के लिए भी समुदाय को प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिले में इस साल 1132 क्षय पीड़ितों को विभिन्न सामाजिक संगठनों , अधिकारियों द्वारा गोद लिया गया है। जिले में जियो टैगिंग के माध्यम से ली जा रही स्वास्थ्य की जानकारी, जांच में टीबी पाए जाने के उपरांत हेल्थ विजिटर द्वारा मरीज को दवा व कार्ड मुहैया कराया जा रहा है। ऐसे मरीज के मोबाइल नंबर से संपर्क कर, उन्हें दवा व जांच के समय आने की सूचना भी दी जा रही है। मरीज का दो महीने के बाद फॉलोअप भी शुरू किया जा रहा है। जिसकी जियो टैगिंग की जा रही है।
कार्यक्रम में जिला टीबी/एचआईवी समन्वयक नईम अहमद, डीटीसी एसटीएलएस कुलदीप शर्मा,डीटीसी एसटीएस विशाल विक्रम सिंह, टीबीएचवी, देश दीपक आदि लोग उपस्थित रहे।