वॉशिंगटन: अमेरिकी रक्षामंत्री पीट हेगसेथ अपने एक टैटू के कारण विवादों में आ गए हैं. इससे मुस्लिम देशों में लोग भड़क गए हैं. हालांकि इस्लामिक देशों ने इस पर आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा है. दरअसल पर्ल हार्बर में एक सैन्य प्रशिक्षण से जुड़ी तस्वीरें सामने आईं. इसमें अमेरिकी रक्षामंत्री के हाथ पर अरबी भाषा में टैटू बना है, जिसका मतलब ‘काफिर’ होता है. इसी टैटू के साथ ‘Deus Vult’ भी लिखा है, जिसका मतलब है ‘भगवान की इच्छा’ और ऐतिहासिक रूप से यह पहले क्रूसेड से जुड़ा है. पिछले साल नवंबर में यह विवाद का कारण बना था. लेकिन उनके नए टैटू ने उन्हें विवादों के केंद्र में लाकर खड़ा कर दिया है. हेगसेथ के टैटू को कुछ लोग मुसलमानों के प्रति शत्रुता का संकेत मानते हैं.

इस्लामी विद्वान अब्दुल्ला अल अंडालुसी बताते हैं कि कुरान में यह शब्द किसी ऐसे व्यक्ति को संदर्भित करता है जो ‘अविश्वास’ या ‘सच्चे विश्वास को अस्वीकार’ करता है. लेखक और कैटो इंस्टीट्यूट के साथी मुस्तफा अकीओल ने 2019 के एक लेख में लिखा, ‘काफिरों को इस्लाम और मुसलमानों के शपथ ग्रहण शत्रु के रूप में देखा जाता है.’ आलोचकों का तर्क है कि इसके बगल में ‘Deus Vult’ टैटू है, जो ऐतिहासिक रूप से पहले क्रूसेड से जुड़ा है और यह मुसलमानों के प्रति शत्रुता का संदेश देता है.

हेगसेथ के शरीर पर एक दर्जन से ज्यादा टैटू हैं, जिनमें उनके सीने पर यरूशलेम क्रॉस भी शामिल है. कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने हेगसेथ की आलोचना की है कि उनके टैटू को मुसलमानों के लिए अपमानजनक माना जा सकता है, खासकर जब अमेरिकी सेना विभिन्न धर्मों का प्रतिनिधित्व करने का प्रयास कर रही है. अमेरिकी सेना के अनुमानित 5,000 से 6,000 सदस्य इस्लाम का पालन करते हैं.

उठने लगे सवाल
न्यूयॉर्क की प्रो-फिलिस्तीनी कार्यकर्ता नर्दीन किसवानी ने X पर लिखा, ‘यह सिर्फ एक व्यक्तिगत पसंद नहीं है; यह अमेरिकी युद्धों की देखरेख करने वाले व्यक्ति से इस्लामोफोबिया का स्पष्ट प्रतीक है.’ उन्होंने आगे लिखा, ‘काफिर’ शब्द का इस्तेमाल दक्षिणपंथी इस्लामोफोबियों की ओर से मुस्लिमों का मजाक उड़ाने और उन्हें बदनाम करने के लिए किया जाता है.’ उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि वे सैन्य निर्णयों, निगरानी कार्यक्रमों और मुस्लिम देशों को लक्षित करने वाले विदेशी हस्तक्षेपों को कैसे आकार देते हैं.

काउंसिल ऑन अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशंस (CAIR) के राष्ट्रीय कार्यकारी निदेशक निहाद अवाद ने न्यूजवीक को बताया, ‘अरबी शब्द ‘काफिर’ का टैटू बनवाना इस्लामोफोबिक सोच और व्यक्तिगत असुरक्षा को दर्शाता है.’ दूसरों ने टैटू का बचाव करते हुए इसे उन पूर्व अमेरिकी सैनिकों की ओर से इस्तेमाल किया जाने वाला एक सामान्य शब्द बताया, जो मिडिल ईस्ट में तैनात रहे हैं. पीट हेगसेथ खुद भी इराक में तैनात रहे हैं.

बचाव में भी उतरे लोग
ब्रदर राचिद नाम के एक एक्स यूजर ने लिखा, ‘कई अरबी प्लेटफॉर्म अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ के काफिर टैटू की काफी चर्चा कर रहे हैं. एक ऐसा शब्द जिसका इस्तेमाल मुसलमान गैर-मुसलमानों को संदर्भित करने के लिए करते हैं, अक्सर अपमानजनक तरीके से. हालांकि, यह शब्द पूर्व सैनिकों, खासकर मध्य पूर्व में तैनात रहने वाले लोगों के बीच आतंकवादियों के खिलाफ विद्रोह के प्रतीक के रूप में व्यापक रूप से पहचाना जाता है. यह आमतौर पर स्टिकर, ट्रकों के पीछे, टी-शर्ट और मग पर देखा जाता है. व्यक्तिगत रूप से, मैंने इसे एक टोपी, एक मग और यहां तक ​​कि अपने कार्यालय के दरवाजे पर भी बनवाया था.’

टैटू से जुड़ा विवाद ऐसे समय में आया है, जब पीट हेगसेथ सिग्नल लीक पर संवेदनशील जानकारी लीक से जुड़े मामले में जांच का सामना कर रहे हैं. कांग्रेस के कई सदस्यों ने उनके खिलाफ जांच की मांग की है.