बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। वहां से आने वाली नमी युक्त पुरवा हवा का प्रवाह होने से मौसम सामान्य बना हुआ है। राजधानी व आसपास इलाकों में बादल छाए रहेंगे। पटना समेत दक्षिण पश्चिम भागों के गया, जहानाबाद, नालंदा, शेखपुरा, सिवान में वर्षा की संभावना कम है।

उत्तरी भागों के अधिसंख्य जिलों में गरज-तड़क के साथ आंधी-पानी को लेकर चेतावनी जारी की गई है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार प्रदेश में 28 मई तक मौसम सामान्य बने रहने से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।

प्रदेश के एक या दो स्थानों पर 30-40 किमी प्रतिघंटा हवा का रफ्तार होने के साथ मेघ गर्जन व वज्रपात की संभावना है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई। पूर्णिया में सर्वाधिक वर्षा 96.4 मिमी दर्ज हुई।

इतना रहा पटना का तापमान 

राजधानी का अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि, 38.8 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। मौसम में आए बदलाव के कारण पटना समेत शेष जिलों के अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के नीचे दर्ज किया गया।

प्रदेश के उत्तरी भागों के 21 जिलों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई जबकि पटना समेत शेष जिलों के तापमान में वृद्धि हुई। बुधवार को पटना समेत आसपास इलाकों में बादलों की आवाजाही बने होने के कारण मौसम सामान्य बना रहा।

इन जगहों पर दर्ज की गई वर्षा

बांका के बौसी में 88.2 मिमी, कटिहार के बरारी में 83.2 मिमी, लखीसराय के हलसी में 42.2 मिमी, भागलपुर के सबौर में 36.2 मिमी, भागलपुर में 33.3 मिमी, लखीसराय में 33.2 मिमी एवं बांका के चंदन में 33.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई।